मुंबई। 9 साल बाद बुधवार को नवी मुंबई के तलोजा जेल से लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित रिहा कर दिए गए। रिहाई के बाद उन्हें सेना को सौंप दिया गया। सेना में उन्हें नई पोस्ट सौंपी जाएगी। सोमवार को ही उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन कुछ कागजी कार्यवाही की वजह से मंगलवार को रिहाई नहीं हो सकी।
बता दें कि उनकी रिहाई से पहले ही तलोजा जेल में आर्मी वाहन पहुंच गयी थी। मालेगांव ब्लास्ट मामले में पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से जमानत दी गयी है। इसके बाद वे सीधे पुणे जाएंगे, जहां उनका परिवार रहता है। उन्हें पुणे में ही सेना के सामने भी हाजिर होना है।
जमानत मिलने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित ने कहा कि वह जल्द से जल्द सेना में फिर से शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मैं अपनी वर्दी पहनना चाहता हूं। यह मेरी त्वचा की ऊपरी परत है। पुरोहित ने कहा कि सेना ने मेरी इज्जत कम नहीं होने दी। उन्होंने कहा, सेना की यह परम्परा और प्रकृति रही है कि वह अपने लोगों की इज्जत कम नहीं होने देती। मैंने यह एक बार भी महसूस नहीं किया कि मैं सेना से बाहर हो जाऊंगा।