
दिल्ली। द चौपड़ाज ने आज दिल्ली में यूएस इमिग्रेशन फंड के सहयोग से एक सेमिनार ईबी-5 वीज़ा प्रोसेस का आयोजन किया। सेमिनार में कई भारतीय परिवारों ने हिस्सा लिया, जिन्हें अमेरिका में कारोबार, शिक्षा, करियर और रिहायशी अवसरों के बारे में जानने का मौका मिला।
ईबी-5 वीज़ा प्रोग्राम के ज़रिए विदेशी निवेशकों ने $500,000 से $1,000,000 तक निवेश किया है। परियोजना सफलतापूर्वक यूएस कर्मियों के लिए 10 फुल टाॅइम जाॅब पैदा करेगी, जिसके आधार पर एक व्यक्ति और इसके तत्काल परिवार को स्थायी ग्रीन कार्ड दिया जाता है।
इस मौके पर यूएस इमीग्रेशन फंड में एशिया-पेसिफिक आॅपरेशन्स के डायरेक्टर श्री जाॅन लिन ने कहा, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से विकसित हो रही है। ऐसे में इस तरह की सेमिनार सांस्कृतिक आदान-प्रदान एवं रोजगार के अवसरों के लिए फायदेमंद साबित होगी, जिसमें भावी निवेशक यूएस सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए दीर्घकालिक फायदों से लाभान्वित होंगे। यह निवेश का विशाल चक्र है जिसके जरिए बड़ी संख्या में नौकरियों के अवसर पैदा होंगे और बदले में निवेशकों को अच्छा लाभांश मिलेगा।’’
यूएस इमीग्रेशन फंड, ईबी-5 विशेषज्ञों की टीम और स्टाफ ने भावी निवेशकों को यूएस वीज़ा प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी। सम्मेलन के दौरान यूएस काॅलेज शिक्षा की योजनाओं पर भी जानकारी दी गई, तथा इमीग्रेशन एवं वीज़ा के सभी विकल्पों के बारे में बताया गया।
यूएस काॅन्ग्रेस ने 1990 में ईबी-5 प्रोग्राम की शुरूआत की थी जो विदेशी निवेशकों को यूएस कारोबार में निवेश द्वारा यूएस वीज़ा हासिल करने में मदद करता है।
ईबी-5 प्रोग्राम का आयोजन 6 एवं 14 अक्टूबर को क्रमशः मुम्बई और बैंगलोर में किया जाएगा।