नयी दिल्ली. राजधानी दिल्ली और अासपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर से अधिक पहुंचने को गंभीरता से लेते हुए विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने इस स्थिति से निपटने के लिए कड़े और आपातकालीन कदम उठाए जाने की बात कही हैं।
राजधानी में प्रदूषण के जहरीले स्तर पर पहुंच जाने की वजह से दिल्ली सरकार ने बुधवार को सभी प्राथमिक स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है ।
उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आज इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बुधवार को सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे । स्थिति की समीक्षा के बाद जरूरत पड़ी तो इसे बढाया जायेगा ।श्री सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों में सुबह होने वाली प्रार्थना सभा और बाहरी गतिविधियां बंद होगी ।
भारतीय चिकित्सा एसोसिएशन ने राजधानी में प्रदूषण के जहरीले स्तर तक पहुंच जाने के मद्देनजर सरकार से स्कूलों को बंद करने का सुझाव दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने श्री सिसोदिया से इस पर विचार करने को कहा था।
श्री केजरीवाल ने ट्वीट कर दिल्ली में प्रढते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि दिल्ली गैस चेम्बर बन गयी है और हर साल इस मौसम में करीब एक माह तक यही हाल रहता है। उन्होंने कहा “प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए मैंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूलों को कुछ दिन बंद रखने पर विचार करने का अनुरोध किया है।”
उन्होंने कहा कि प्रदूषण दिल्ली के लिए गंभीर समस्या बन गया है और सभी को मिलकर इसका समाधान निकालना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या की एक वजह आस पास के राज्यों के किसानों द्वारा फसलों के अवशेष जलाना है। इस संबंध में दिल्ली सरकार ने गत अगस्त में इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर इस पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने का अनुरोध किया था।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर हेलीकाप्टर से पानी का छिड़काव करने का अनुरोध किया था ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके। उसने कहा था कि वह इसका खर्च वहन करने को तैयार है।
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने भी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को लेकर चिंता व्यक्त की है और इसके गंभीर खतरों के प्रति आगाह किया है। आईएमए के अध्यक्ष डॉ के. के. अग्रवाल कहा है कि मौजूदा समय में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सामान्य से तीन गुना ज्यादा है। इसके कारण सुबह के समय स्कूलों में खुले में गतिविधियों से बच्चों के फेफड़ों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। दिल्ली के 14 एयर मॉनिटरिंग स्टेशन पर वायु गुणवत्ता बहुत खराब पायी गयी जहां वायु गुणवत्ता का सूचकांक 300 है, जबकि 100 को सामान्य माना जाता है। उन्होंने कहा कि इस समय हृदय और अस्थमा के मरीजों के अलावा बुजुर्ग और बच्चों को कम से कम घर से बाहर निकलना चाहिए।
इप्रदूषण को देखते हुए केन्द्रीय औद्याेगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने दिल्ली मेट्रो रेल निगम, सरकारी इमारतों और इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर तैनात अपने कर्मचारियों को मास्क लगाने का निर्देश दिया है।
सीआईएसएफ के महानिदेशक ओ पी सिंह ने यह निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर तैनात सीआईएसएफ के कर्मियों को दो हजार मास्क वितरित किए गए हैं और 6000 कर्मियों को ड्यूटी पर पहुंचने से पहले आज शाम तक मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
इंदिरा गांधी हवाई अड्डे, सरकारी इमारतों और अन्य प्रतिष्ठानों पर तैनात सीआईएसफ कर्मियों को भी मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं और उन्हें इनका तब तक उपयोग करने को कहा गया है, जब तक वायु प्रदूषण कम नहीं हो जाता है। सीआईएसएफ इन स्थानों पर तैनात अपने कर्मियों को सांस लेने में दिक्कत होने पर चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध कराएगा। पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर समस्या को देखते हुये राज्य सरकार को आपात योजना लागू करने तथा कठोर कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
प्राधिकरण के अध्यक्ष भूरे लाल ने बताया कि यह आपात योजना है और राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की समस्या का स्थायी हल नहीं है।
प्राधिकरण के सदस्य और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के सदस्य सचिव ए. सुधाकर ने बताया कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में निचले वायुमंडल में हवा न/न के बराबर चल रही है जबकि ऊपरी वायुमंडल में दो तरह की हवाएँ चल रही हैं। एक पंजाब की ओर से पराली आदि जलाने से उत्पन्न प्रदूषणकारी तत्त्व लेकर आ रही है और दूसरी उत्तर प्रदेश से नमी लेकर आ रही है। ऊपरी वायुमंडल में इनके मिलने और निचले स्तर पर हवा नहीं चलने से स्थिति गंभीर बन गयी है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखा जाये तो अगले दो दिन भी प्रदूषण से राहत की उम्मीद नहीं है।
ईपीसीए के निर्देशानुसार आपात योजना में जिग-जैग तकनीक वाले ईंट भट्ठों को छोड़कर बाकी सभी भट्ठे बंद किये जाने हैं। सभी हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर पर भी तत्काल रोक लगा दी जायेगी। सड़कों पर वाहनों की संख्या कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो और बसों के फेरे बढ़ाये जायेंगे और सड़कों की सफाई और उन पर पानी का छिड़काव किया जायेगा।
दिल्ली में सभी डीजल जेनरेटरों पर पहले की प्रतिबंध लगा दिया गया है। निजी वाहनों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए पार्किंग शुल्क चार गुना बढ़ाने का भी योजना में प्रावधान है। साथ ही सभी होटलों और रेस्त्रां आदि में जलावन के रूप में कोयला और लकड़ी का इस्तेमाल भी बंद करना होगा।
ईपीसीए ने बताया कि वह सीपीसीबी के साथ मिलकर स्थिति पर नजदीकी नजर बनाये हुये है तथा आने वाले समय में और कड़े कदम उठाये जा सकते हैं। उसने स्कूलों को खुले में बच्चों की गतिविधियाँ नहीं कराने की सलाह दी है। आम लोगों से भी जहाँ तक संभव है, खुले में कम निकलने की अपील की गयी है।