इसमें कुछ आश्चर्य की बात नहीं है कि बुरे समय में परिवार की सुरक्षा के लिए मुखिया का लाइफ इंश्योरेंस एक जरूरत है। लेकिन सोचिये कि जरूरत पड़ने पर इसका लाभ ना मिले, वह भी तब जब परिवार के पास पैसे का संकट हो। यह उस हालात में और मुसीबत पैदा कर सकता है जब किसी का होम लोन चल रहा हो या उनका बिजनेस कर्ज में डूबा हो। लेकिन अब एक अच्छी खबर है। MWPA एक्ट के तहत अब इसका हल निकाला जा सकता है। इस एक्ट में यदि आप पॉलिसी लेते हैं तो आपकी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के क्लेम की प्रक्रिया को कोर्ट, टैक्स आदि से छूट मिल सकेगी।
क्या है MWPA एक्ट
मैरिड वूमन प्रापर्टी एक्ट महिला की संपत्ति को रिश्तेदारों, कर्जदारों और पति तक से बचाने के लिए बनाया गया था। इसमें किसी पुरुष द्वारा पत्नी व बच्चों के लिए ली गई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी भी शामिल है। इस एक्ट के अंतर्गत आने वाली हर पॉलिसी पक्के विश्वास पर आधारित है।
कौन क्लेम कर सकता है
इस एक्ट का लाभ कोई भी विवाहित व्यक्ति ले सकता है। तलाकशुदा या विधुर-विधवा भी इसका लाभ ले सकते हैं। अच्छी बात यह है कि सभी तरह की पॉलिसी, मनी रिटर्न, धर्मस्व राशि इस एक्ट में आती हैं। इसमें आवेदक स्वयं अपना प्रस्तोता होगा।
इन्हें मिलेगा लाभ
– पत्नी
– बच्चे, गोद लिए हुए और जैविक दोनों
– पत्नी और बच्चे एक साथ
– लाभ पाने वाले पॉलिसी की सभी स्थितियों में क्लेम कर सकते हैं जिनमें मृत्यु, क्लेम सरेंडर, कर्ज आदि शामिल हैं।
क्या यह महंगा है
इस एक्ट में पॉलिसी लेना ना ही कठिन है ना ही महंगा। केवल लाइफ इंश्योरेंस लेते समय इस एक्अ का फार्म भरना जरूरी है ताकि इसके लाभ लिए जा सकें। यह फार्म बीमा एजेंट से मिल सकता है।
इसके नुकसान
इसके कुछ नुकसान भी हैं। सबसे पहले, पॉलिसी धारक इसे किसी दूसरे को नहीं दे सकता। दूसरा, इस पॉलिसी का उपयोग लोन के लिए नहीं किया जा सकता।