सियाॅल और दिल्ली-एनसीआर के बीच सांस्कृतिक सम्बन्धों
को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया यह महोत्सव
दिल्ली/ एनसीआर। सियाॅल मेट्रोपाॅलिटन सरकार ने आज गुरूग्राम के साइबर हब में अपनी तरह के पहले सियाॅल-भारत मैत्री महोत्सव (सियाॅल-इण्डिया फ्रैंडशिप फेस्टिवल) का आयोजन किया। दो दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन सियाॅल के माननीय मेयर पार्क वाॅन-सून के द्वारा अन्य दिग्गजों की मौजूदगी में किया गया।
दो दिवसीय महोत्सव ने सियाॅल और दिल्ली-एनसीआर के बीच सांस्कृतिक सम्बन्धों और विनिमय को बढ़ावा दिया। महोत्सव में सियाॅल की कला, संस्कृति से जुड़े विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन किया गया, जिन्होंने भारतीय दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारतीय दर्शकों को कोरियाई रंगारंग परफोर्मेन्स जैसे नान्ता और टाइक्वोंडो देखने का मौका मिला, वहीं कोरियाई मेहमानों को बाॅलीवुड परफोर्मेन्स का लुत्फ़ उठाने का अवसर मिला। भारतीय एवं कोरियाई समूहों के बीच बी-ब्वाॅइंग बैटल कार्यक्रम का आकर्षण केन्द्र रही।
क्विज़ कार्यक्रम, वीडियो गैलेरी और डीजे आगंतुकों के लिए आकर्षण का अन्य केन्द्र थे। महोत्सव ने स्थानीय लोगों तथा भारत में रहने वाले कोरियाई प्रवासियों को कोरियाई संस्कृति का आनंद उठाने का सुनहरा मौका प्रदान किया। दोनों देशों के कलाकारों ने अपने परफोर्मेन्स से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। दक्षिणी कोरिया की राजधानी सियाॅल आधुनिक गगनचुम्बी इमारतों और हाई-टेक सबवे से युक्त बड़ा महानगर है, जो विश्व-हेरीटेज की सूची में मौजूद अपनी साईट्स के साथ अतीत के पन्नों से भी जुड़ा है। एशियाई पर्यटकों में लोकप्रिय यह शहर पिछले 50 सालों में आर्थिक दृष्टि से दुनिया का दसवां सबसे शक्तिशाली शहर तथा दूसरा सबसे बड़ा महानगर बन गया है।
दो दिवसीय सियाॅल-भारत मैत्री महोत्सव के समापन पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए सियाॅल के मेयर पार्क वाॅन-सून ने कहा, ‘‘सियाॅल- भारत मैत्री महोत्सव ज़बरदस्त कामयाब रहा, इसने दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक सम्बन्ध बनाने में मदद की। महोत्सव ने बेहद मनोरंजन एवं इंटरैक्टिव तरीके से दिल्ली और सियाॅल के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया। इस तरह के माध्यम दांेनों देशों के दर्शकों को एक दूसरे से मिलने तथा सशक्त सम्बन्धत बनाने का मौका प्रदान करते हैं। हम भारतीय प्राधिकरणों एवं साझेदारों के प्रति आभारी हैं जिन्होंने इस महोत्सव को कामयाब बनाने में अपना योगदान दिया है, उनके सहयोग के बिना हम भारतीय मित्रों के साथ अपनी सांस्कृतिक धरोहर एवं विरासत को साझा नहीं कर पाते। हमें उम्मीद है कि हमारी यह पहल दोनों देशों के बीच दोस्ती को बढ़ावा देगी।’’
सियाॅल भारतीय पर्यटकों के लिए आकर्षक गंतव्य के रूप में उभर रहा है। अकेले दक्षिणी कोरिया जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। 2016 में सियाॅल आने वाले वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 152,811 थी (स्रोतः सियाॅल ओपन डेटा प्लाज़ा) और आने वाले समय में यह संख्या तेज़ी से बढ़ने की उम्मीद है। पाॅप संस्कृति और बुद्धवाद का मिश्रण सियाॅल अपनी विविध संस्कृति के साथ अन्तरराष्ट्रीय यात्रियों को अनूठे रोमांच का अहसास देता है।