सब टीवी के प्रत्येक शो का अपना अलग अंदाज होता है और उसमें मनोरंजन का नया पक्ष होता है। ऐसी ही हल्की काॅमेडी के साथ जिन्दगी की वास्तविकता को दर्शाता हैं, ’’टीवी बीवी और मैं’’ शो पारिवारिक धारावाहिक है। इस शो में बेटे की प्यारी अम्मा और बहु पर रोब जमाने वाली सास का किरदार कर रही माधुरी संजीव से हमने चर्चा की।
प्र. यह रोल आपको क्यो पसंद आया।
मेरी बहुत दिनो से इच्छा थी कि में एक काॅमेडी किरदार करु। सास बहु के रोल की एकरसता से उबने लग गई थी। और कोई हल्का फुल्का आम लोगों जैसा किरदार करना चाहती थी। जिसमें हास्य हो, हंसी मजाक हो और यह किरदार मुझे वैसा ही लगा। इस शो में मेरा किरदार बहुत ही मजेदार है। शो में मेरा बेठा राजीव मुझे बहुत प्यार करता है और में टीवी पर उसी के बनाए हुए शो देखती हूं। उसके एक शो में बिन्दीया नामक बहु होती है जो बहुत आदर्श व संस्कारी है और मुझे लगता है कि मेरी बहु प्रिया को भी वैसा ही होना चाहिए। मुझे प्रिया में कमिया देखने में मजा आता है और मैं उसे टोकती रहती हूं। परन्तु इसमें डेली सोप जैसा कुछ नहीं हैं। वैसे भी जो सीरियल में होता है रीयल लाइफ उससे अलग होती हैं।
प्र. इस शो में काॅमेडी कैसे आती है?
हमारे शो में पूरा हास्य स्थितीयों से पैदा होती है। इसलिए वह स्वाभाविक लगता है और दर्शक हंसेे बिना रह नहीं पाते हैं। हम सभी अवसरों पर मजाक की स्थिती बनाने की कोशिश करते है जैसे मेरी बहु टेबल पर से बरतन नहीं उठाती है तो में उसे डाटकर यह नहीं कहती हूं कि क्यों नही उठाए तुमको सीखाया नही क्या वगेरा-वगेरा। मैं अपनी बहुत से कहती हूं कि बेटा बरतन क्या चलकर चले जाएगे कुल मिलाकर स्थितीयों व शब्दों से काॅमेडी बनती हैं।
प्र. इस शो का काॅनसेप्ट क्या है?
हम चाहते है कि दर्शक जब शो देखे तो अपनी परेशानियां व दुःख भुलकर मुस्काराए और हमारे साथ हंसे यही मकसद है। हम कोई बुरी छाप नहीं छोड़ना चाहते हैं। शो में सास अपनी बहु की चुटकिया लेती रहती है पर वह अपने बेटे-बहु से प्यार भी बहुत करती है। वैसे हर सास की इच्छा होती है कि उसकी बहु आदर्श और संस्कारी हो और बहु चाहती है कि सास बिल्कुल उसकी माँ जैसी हो पर कुछ न कुछ कमियां तो होती है और हमें उन्हें स्वीकार करना पड़ता हैं।
प्र. क्या आप एक रोबदार सास है और आपके रीयल लाइफ बेटे को शो देखकर कैसा लगता है?
मैं रीयल लाइफ में बिल्कुल भी ऐसी नहीं हूं सबको अपना स्पेस देते हूं हालांकि अभी सास बनी नहीं हूं। मेरी बहु जब आएगी तो वही बताएगी कि में कैसी सास हूं। मेरे बेटे को पता है कि मैं कैसी हूं और मेरा स्वभाव कैसा है। शो में मेरा किरदार को वह हमेशा बहुत सहजता से देखता है उसे रीयल लाइफ से जोड़कर कभी नहीं सोचता हैं।
प्र. आपके अभिनय के सफर का यादगार अनुभव?
प्रत्येक शो में कुछ ऐसा होता है जो याद रहता है और एक कलाकार यही चाहता है कि उसे अच्छे रोल मिले जिसके सशक्त डाॅयलग व प्रभावी सीन हो। कभी ऐसा भी होता है कि जिन्दगी मे जो घटित होता है वही शो में किसी रोल में करना पड़ता है। जैसे मैंने पहली बार ससुराल में पोहे बनाए थे और एक शो में भी मेने ससुराल में पहली बार पोहे बनाए तो बहुत सारी पुरानी स्मृतियां ताजा हो जाती है।
प्र. आपकी टीम कैसी है, कैसा लग रहा है?
इस शो में श्रुति व करण मेरी बहु और बेटा हैं व अशोक लोखंडे पति है। हम चारों की बहुत बनती है मिलकर काम करते है व एक दूसरे को सुझाव देते रहते हैं। वैसे भी काॅमेडी में सिर्फ डाॅयलाग बोलने से काम नहीं चलता है दिल खोलकर काम करना पड़ता है। काॅमेडी में कनेक्शन, रीएक्शन तथा गीव एंड टेक जरुरी है। यंग बच्चों के साथ काम करने में अच्छा लगता है उनकी एनर्जी देखकर हमको भी एर्नजी आ जाती है। आप सभी यह शो जरुर देखे और सब कुछ भुलकर खुब हंसे व शो को एन्जाॅय करें।