(दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से प्रकाशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ) आज से लगभग 550 वर्ष पूर्व अंध-परम्पराओं का सघन कोहरा सर्वत्र व्याप्त था। जनजीवन कुरीतियों, कुसंस्कारों एवं मूढ़ विश्वासों
(दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से प्रकाशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ) आज से लगभग 550 वर्ष पूर्व अंध-परम्पराओं का सघन कोहरा सर्वत्र व्याप्त था। जनजीवन कुरीतियों, कुसंस्कारों एवं मूढ़ विश्वासों
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती देश और दुनिया में भारी उत्साह के साथ मनाई जा रही है। गुरु नानक देव की जयंती उनके अनुयायी
गुरु नानक का जन्म माता तृप्ता और कृषक पिता कल्याणचंद के घर हुआ था. गुरु नानक की शिक्षाएं आज भी सही रास्ते में चलने वाले लोगों का मार्ग दर्शन कर