भारत में शिक्षा व्यवस्था विशेषकर सरकारी स्कूली शिक्षा कभी भी संपूर्णता हासिल नहीं कर पाई।इसलिए इसकी ओर उंगली उठना या उठाना कोई नई और बहुत बड़ी बात नहीं है।लेकिन कोविड-19
भारत में शिक्षा व्यवस्था विशेषकर सरकारी स्कूली शिक्षा कभी भी संपूर्णता हासिल नहीं कर पाई।इसलिए इसकी ओर उंगली उठना या उठाना कोई नई और बहुत बड़ी बात नहीं है।लेकिन कोविड-19
इस अंधकारमय कोरोना संकट को पराजित करने लिए, हमें प्रकाश के तेज को चारों दिशाओं में फैलाना है और इसलिए इस संडे,पांच अप्रैल को हम सबको मिलकर “कोरोना” के संकट
प्रधानमंत्री द्वारा 24मार्च,2020 की रात्रि को अचानक सम्पूर्ण “लॉक डाउन”घोषित होते ही साधन संपन्न वर्ग एकदम बाजार की तरफ भागा और अपनी सामर्थ्य के हिसाब से आवश्यक वस्तुओं को लाकर
अभावग्रस्त और संकटकालीन जीवन का अनुभव मानव जाति को भावी आपदाओं और उनसे उत्पन आनुषंगिक परिस्थितियों के कारण और निवारण हेतु लड़ाई लड़ने का हौसला अवश्य पैदा करता है। करोना