देश में आजादी के बाद से ही ज्यादातर सत्तारूढ़ सरकारों ने आदिवासियों के साथ कथनी और करनी में भेद किया है। ये भोला-भाला समाज हमेशा से ही केन्द्र व राज्य
देश में आजादी के बाद से ही ज्यादातर सत्तारूढ़ सरकारों ने आदिवासियों के साथ कथनी और करनी में भेद किया है। ये भोला-भाला समाज हमेशा से ही केन्द्र व राज्य
पानी व किसान का चोली और दामन का साथ है। पानी की महत्ता को अगर कोई अच्छे से जानता है तो वह है किसान। किसान को एक बार पीने का
मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है वैसे-वैसे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का डऱ गहराते जा रहा है। इन दिनों वे हर उस आवाज को जो उनके विरोध
हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आफिस से एक से डेढ़ माह के अंतराल में दो खबरें सामने आई है। पहली ये कि पीएम मोदी की विदेश यात्राओं से देश को