कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले दिनों तिरुअनंतपुरम में एक सभा में यह कह दिया कि – ‘पहले के 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद था। मुझे वहां दूसरे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले दिनों तिरुअनंतपुरम में एक सभा में यह कह दिया कि – ‘पहले के 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद था। मुझे वहां दूसरे
पिछले दिनों किसान आंदोलन के बीच पंजाब में स्थानीय निकायों के चुनाव संपन्न हुए। इसमें कांग्रेस पार्टी की अकाल्पनिक विजय इतनी महत्वपूर्ण नहीं थी जितनी कि भारतीय जनता पार्टी की
भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के सर्वोच्च समझे जाने वाले पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। आम तौर पर ऐसी हस्तियों को इन
‘बदनाम अगर होंगे तो क्या नाम न होगा’ , हमारे देश में तमाम चतुर,चालाक,स्वार्थी व निठल्ले क़िस्म के लोगों ने शोहरत पाने का यही शॉर्ट कट रास्ता अपनाया हुआ है।
पूरी दुनिया अमेरिका को विश्व के सबसे शक्तिशाली,सामर्थ्यवान व सभ्य देश के रूप में जानती है। यहां की लोकत्रांतिक व्यवस्था तथा अमेरिकी विदेश नीतियों पर भी दुनिया की नज़र रहती
भारतवर्ष को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। इस कथन से प्रत्येक भारतवासी भली भांति परिचित है। परन्तु इन दिनों देश के किसानों पर क्या गुज़र रही है जिनके ख़ून
केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि अध्यादेश के विरुद्ध किसानों द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन धीरे धीरे और भी तेज़ व चुनौती पूर्ण होता जा रहा है। 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों
किसान आंदोलन दिन प्रतिदिन और अधिक तेज़ होता जा रहा है। राजधानी दिल्ली के चारों ओर किसानों का जमावड़ा व उनका दायरा रोज़ बढ़ता ही जा रहा है। किसान संगठनों
भारत वर्ष में ऐसी अनेक हस्तियां गुज़री हैं जिन्होंने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ज़बरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। यह लोकप्रियता उन्होंने अपने जीवन दर्शन,कारगुज़ारियों अपने साहस व
समय समय पर देश और दुनिया में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर छिड़ने वाली बहस के क्रम में भारत की विभिन्न घटनाएँ एक बार फिर सुर्ख़ियों बटोर रही हैं। इन
पूरे विश्व के श्री राम भक्तों,राम प्रेमियों, भगवान राम के मानने व न मानने वालों,आस्तिकों व नास्तिकों सभी धर्मों व जातियों तथा संसार के समस्त देशों के समस्त देशवासियों तथा
भारत चीन विवाद तथा गलवान घाटी में हुई बीस भारतीय सैनिकों की शहादत जैसे टी आर पी आधारित समाचारों को पिछले दिनों पीछे धकेलते हुए उत्तर प्रदेश के कानपुर के
कोरोना महामारी पूरे विश्व में अपना रौद्र रूप दिखा रही है। कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा लगभग 2 लाख तक पहुँचने वाला है । संक्रमित शवों का अंतिम
वैसे तो समूची पृथ्वी गत तीन दशकों से आहिस्ता आहिस्ता मानव निर्मित अनेक संकटों के चलते बारूद के ढेर में परिवर्तित होती जा रही थी। वैश्विक जलवायु परिवर्तन,दुनिया के कई
कोरोना महामारी ने पूरे विश्व के समक्ष एक ऐतिहासिक संकट खड़ा कर दिया है। विश्व के अमेरिका,चीन इटली तथाफ़्रांस जैसे अनेक संपन्न व विकसित देश इस भयंकर वॉयरस से निपट
कोरोना अर्थात कोविड-19 वायरस की भयावहता ने पूरे विश्व को न केवल दहशत में डाल दिया है बल्कि इसने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की कमर भी तोड़ कर रख दी
मानव इतिहास में पहली सबसे बड़ी त्रासदी के रूप में पूरा विश्व इस समय कोरोना के प्रकोप का सामना कर रहा है। दुनिया के जो शहर कभी अपने राजाओं व
कांग्रेस पार्टी त्याग कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्य्ता ग्रहण करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले दिनों दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा व अन्य
पिछले दिनों दिल्ली में फैली सुनियोजत हिंसा में अब तक मरने वालों की संख्या 53 बताई जा रही है। 600 से अधिक दर्ज की गयी प्राथमिक सूचना रिपोर्ट्स से यह
‘चीफ़ मिनिस्टर के लिए मेरा एक ही सन्देश है कि वह राजधर्म का पालन करें,। ‘राजधर्म’। राजा के लिए ,शासक के लिए प्रजा प्रजा में भेद नहीं हो सकता ,न
स्वयं को ‘देश का नेता’ बताने व जताने वाले चंद आपराधिक मानसिकता के सिरफिरों ने मानो देश में अशांति फैलाने का ठेका ले रखा हो। आए दिन कोई न कोई