पाती जब आती है सुखद संदेशा लाती है ! सांसो की बंद पड़ी धड़कन खिल जाती है ! ! छुई- मुई वनिता नचिकेता सी बन जाती है ! जब सांसो
पाती जब आती है सुखद संदेशा लाती है ! सांसो की बंद पड़ी धड़कन खिल जाती है ! ! छुई- मुई वनिता नचिकेता सी बन जाती है ! जब सांसो
पानी की तरह श्वेत जो हर रंगो में समाहित हो जाता है उसी के अनुरुप ता-उम्र दीन दुखियों के लिए तत्पर खासकर आदिवासी एंव पिछड़ों के लिए देवी के रुप
आज विश्व हिंदी दिवस है। आज ही के दिन 1975 में नागपुर में प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन हुआ। विश्व हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र में
महान उपन्यासकार और कहानीकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती हर साल हम लोग 31 जुलाई को मनाते हैं । दोस्तों प्रेमचंद की कहानियां समाज की सच्चाई का सामना करती है और
करोना जैसे वायरस से उत्पन्न संकट की घड़ी में “जनता कर्फ्यू” एक अभिनव व अदभुत प्रयोग सिद्ध होता नजर आया।देश के प्रधान मंत्री द्वारा 22मार्च को एक दिन स्वयं द्वारा
22 मार्च – विश्व जल दिवस के अवसर पर वैचारिकी मैं पानी हूँ। हर जिंदगी की कहानी हूँ। किसी का अफसाना तो किसी का तराना हूँ। आपके शरीर में 70
सर्दी हो या गर्मी, बारिश हो या तूफान, रामलुभाया जी जो कि हमारे लंगोटिया हैं, उनकी एक आदत बहुत अच्छी है, वे रोजाना पक्षियों को दाना चुग्गा जरूर डालते हैं।
भारत की रत्नगर्भा वसुंधरा माटी में कई संत और महान व्यक्ति हुए हंै जिन्हें उनके कर्म, ज्ञान और महानता के लिए आज भी याद किया जाता है। जिन्होंने अपने व्यक्तित्व
पत्रकारिता ने भारत को आजादी दिलाने के अलावा हिंदी को भाषा का संस्कार दिया है। आजादी के आंदोलन के दौरान अखबारों में साहित्य को महत्व दिया जाता था। बड़े-बड़े साहित्यकारों
30 जनवरी – शहीदी दिवस पर विशेष पीके फिल्म का एक दृश्य है। अभिनेता आमिर खान गाजर खरीदने के लिए दुकानदार को गांधी जी के चित्र वाली कई तरह की
“तुमि विद्या, तुमि धर्म तुमि हृदि, तुमि मर्म त्वम् हि प्राणा: शरीरे बाहुते तुमि मा शक्ति, हृदये तुमि मा भक्ति, तोमारई प्रतिमा गडी मन्दिरे-मन्दिरे” – बंकिमचंद्र चटर्जी वंदेमातरम गीत की
“महाप्रलय की ध्वनियों में जो जनता सोती है, गणतंत्र दिवस आज उनको दे रही चुनौती है।” गणतंत्र दिवस हमारी प्राचीन संस्कृति का गरिमा का गौरव दिवस है। भारत आज लोकतंत्र
जन्म लेना नियति है किंतु कैसा जीवन जीना यह हमारे पुरुषार्थ के अधीन है। खदान से निकले पाषाण के समान जीवन को पुरुषार्थ के द्वारा तरास कर प्रतिमा का रूप
स्वामी विवेकानंद – एक ऐसा नाम, एक ऐसा व्यक्तित्व कि जिस पर सदैव सनातन धर्म और मां भारती को गर्व रहेगा । जी हां । पूरे ब्रह्मांड में स्वामी जी
6 जनवरी जयंती विशेष प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार कमलेश्वर की आज जयंती है। वे अपनी लेखनी में एक ऐसी लोक अदालत का निर्माण करते हैं जिसमें हर उस मृत व्यक्ति पर
विशेष सन्दर्भ आलेख– जन्मदिन पर विशेष हमारे दैनिक जीवन में अक्सर ऐसे लोगों से वास्ता पड़ता है जो बोलते कुछ हैं और उनका आचरण कुछ और होता है। लेकिन कुछ
28 दिसंबर : प्रथम हिंदी ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता सुमित्रानंदन पंत की पुण्यतिथि आज का दुख, कल का आह्लाद, और कल का सुख, आज विषाद; समस्या स्वप्न गूढ़ संसार, पूर्ति जिसकी
26 दिसंबर – प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार पद्मभूषण यशपाल की पुण्यतिथि लोग मरते हैं, कलम नहीं मरा करती” – यशपाल यशपाल (जन्मः 3 दिसंबर 1903 – फिरोजपुर, पंजाब तथा मृत्युः 26
इधर हिन्दी कविता में जिस ‘वैचारिक स्खलन’ की चर्चा हो रही है, क्या वास्तव में यह कालखण्ड ‘वैचारिक स्खलन’ का है, या फिर कोई मूल्य निर्मित हो रहा है जिसका
23 दिसम्बर पर विशेष : भारत रत्न के सच्चे हकदार हैं चौधरी चरण सिंह देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की गिनती हमेशा एक ईमानदार राजनेता के तौर पर
मप्र में एक आईपीएस अफसर अपने सामाजिक सरोकारों के जरिये लिख रहे है सोशल पुलीसिंग की नई कहानी नाम : राजाबाबू सिंह पद : अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पदस्थापना : ग्वालियर