नवरात्रि 2020: धरती से असुरों के अत्याचारों को समाप्त करने के लिए ही मां दुर्गा ने नवरात्रि के नवें दिन मां सिद्धिदात्री के रूप में अवतार लिया था. नवरात्रि का
नवरात्रि 2020: धरती से असुरों के अत्याचारों को समाप्त करने के लिए ही मां दुर्गा ने नवरात्रि के नवें दिन मां सिद्धिदात्री के रूप में अवतार लिया था. नवरात्रि का
नवरात्रि का आठवां दिन: इस दिन माता महागौरी की पूजन का विधान है. इस दिन को दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. माता महागौरी अपने भक्तों के कष्टों
नवरात्रि का सातवां दिन बहुत खास है. इस दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. मां कालरात्रि ने असुरों को वध करने के लिए यह रुप लिया था. इस
नवरात्रि का छठा दिन: नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. मां कात्यायनी की पूजा करने से व्यक्ति अपनी इंद्रियों को वश में कर सकता है.
स्कंदमाता : नवरात्रि का पांचवा दिन: नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है. स्कंदमाता को मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है. इस दिन स्कंदमाता की पूजा
मां कुष्मांडा की पूजा करने से आयु, यश, बल और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है. मां कुष्मांडा ने ब्राह्मण की रचना की थी. आइए जानते हैं मां कुष्मांडा को प्रसन्न
नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है. इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. असुरों का संहार करने के लिए मां दुर्गा ने इस रूप को
मां ब्रह्मचारिणी इनको ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है. कठोर साधना और ब्रह्म में लीन रहने के कारण भी इनको ब्रह्मचारिणी कहा गया है. कलश स्थापना के
पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में उत्पन्न होने के कारण मां दुर्गा जी का नाम शैलपुत्री पड़ा. मां शैलपुत्री नंदी नाम के वृषभ पर सवार होती हैं और
विजय न्यूज़ नेटवर्क चैत्र नवरात्र यानी वासंतिक नवरात्र की शुरुआत आज यानी 25 मार्च से हो चुकी है, जो 2 अप्रैल तक रहेगी. चैत्र नवरात्रों के दौरान मां की पूजा