रमेश ठाकुर। विजय न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा आदि जगहों पर विदेश से आने वाले लोगों की आवाजाही ज्यादा होती हैं। कोरोना बाहर से आने वाले लोगों के बजह से ही फैल रहा है। इसलिए इनकी संगत मेंं आने से जितना हो सके बचें। ‘मेडस्केप इंडिया’ की सीएमडी और विख्यात रेडियोलॉजिस्ट डॉ. सुनीता दुबे द्वारा दिल्ली हवाईअड्डे पर लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाया हुआ। कैंप के जरिए उनकी टीम लोगों को जागरूक कर रही हैं। डॉ. सुनीता कहती हैं, कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि नॉनबेज के इस्तेमाल से कोरोना वायरस फैलता है, जबकि ऐसा है नहीं। उन्होंने बताया कि कोरोना एकलौता वायरस नहीं है जिसने हंगामा काटा हो, इससे पहले भी कई वायरसों ने दस्तक दी। पिछले साल भारत में निपोह वायरस ने भी खूब तबाही मचाई थी। इनसे बचने का सबसे सटीक तरीका होता है आप ज्यादा से ज्यादा खुद की सफाई रखें। बिना साबुन से हाथ थोये खाने का सेवन न करें। भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज़ करें। गुरुग्राम में हम देखते हैं कि वहां विदेशी पर्यटकों की संख्या ज्यादा होती है, पर इस वक्त उनके संपर्क में स्थानीय लोगों को नहीं आना चाहिए। क्योंकि कोरोना हमारे यहां से पनपा वायरस नहीं है, इसका जन्म विदेशों में हुआ। भारत तो ख़ामोखा इसकी चपेट में आ गया।
डॉ. सुनीता दुबे ने बताया कि हमें इस वक़्त लौंग का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए, क्योंकि लौंग कई इन्फेक्शन और गंदे विकारों से लड़ती है। ‘मेडस्केप इंडिया’ के जागरूक कैम्प दिल्ली के अलावा कई शहरों में आयोजित किए गए हैं। संदिग्धों की जांच की जा रही है। बता दें, भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘फिट इंडिया’ मुहिम का भी हिस्सा है मेडस्केप इंडिया। डॉ. सुनीता दुबे ने बताया कि कोरोना वायरस को हौव्वा के तौर पर भारत में पेश किया जा रहा है। जितना माहौल बना दिया गया है सच्चाई उतनी नहीं है। ये वायरस भी दूसरे वायरसों की ही तरह है। इसलिए ज्यादा डरने की जरूरत नहीं, बेखौफ होकर मुकाबला करना चाहिए।